Wednesday, 14 December 2016

‘यूथ फॉर सेवा’ ,हिन्दू सेवा प्रतिष्ठान

 यूथ फॉर सेवा,बेंगलुरु,८/२८ बुल टेम्पल रोड बेंगलुरु पिन ५६०००४


‘यूथ फॉर सेवा’ ये हिन्दू सेवा प्रतिष्ठान की ऐसी निर्मिती है, जिसमे निराधार बच्चों को आधार,सम्मान और स्वावलंबी बनाने का सेवा कार्य होता है और संपन्न समाज की अंतमुर्ख होनेवाली युवा पीढी को जीवन में समाधानी होने का अनुभव भी मिलता है|
बड़े महानगरो में �देखा जाता है, कि करीअर की दृष्टि से अच्छी डिग्री तथा आयटी, बिटी, बीपीओ आदि क्षेत्र में भारी वेतनवाली नौकरी पाना संपन्न समाज की युवा पीढी पिढी के लिए कोई आम बात नहीं है| किंतु जीवन की भयंकर गति एवं परिवार व समाज से बिलकुल कट जाना,इस से यह युवा त्रस्त होता है| युवा होने के कारण यह संवेदनशील होते है, और आस-पास के समाज के बारे मे चिंता भी करते है| लेकिन इन्हें सेवा कार्य मे सहभागी होने की व्यवस्था नहीं मिलती| उन के मन को समझ कर, उन की भाषा में बोलकर उन्हें सेवा का आनंद देनेवाली व्यवस्था का निर्माण हिंदू सेवा प्रतिष्टान के कुछ कार्यकर्ताओं ने किया जिस का नाम है, यूथ फॉर सेवा
महाविद्यालय के छात्र जिन मे इंजीनियरिंग, आर्टस, कॉमर्स के साथ आयआयऍम जैसा प्रतिष्ठान मैनेजमेंट संसथान भी शामिल है- ऐसे छात्र बड़ी संख्या में यूथ फॉर सेवा के कार्यक्रम �में सहभागिता देते है|
बेंगलूर महानगर के बीस से अधिक सेवा प्रकल्पों से यूथ फॉर सेवा �जुड़ा हुआ है| सड़क पर पाए जानेवाले बच्चों का घर बननेवाला नेल्ले प्रकल्प, सरकारी आवासी विद्यालय, अपंग तथा �मतिमंद बच्चों के विद्यालय, संस्कार केंद्र, कैंसरग्रस्त बच्चों का रुग्णालय,ऐसे विभिन्न प्रकल्पों �में यूथ फॉर सेवा के युवक लगे हुए हैं| सप्ताह मे दो घंटे से लेकर महाविद्यालय की पूरी डेढ़ महीने की छुट्टी तक पूरा समय सेवा मे देनेवाले युवक इस कार्यक्रम मे सम्मिलित है| टाइम्स ऑफ़ इंडिया के ‘टीच इंडिया’ अभियान में यूथ फॉर सेवा सब से बड़ा साझेदार था,और टाइम्स के अभियान में दो हजार से अधिक युवक यूथ फॉर सेवा के काम में जुड़ गये|
इन में कॉलेज छात्रों के आलावा विभिन्न व्यावसायिक, ग्रहिणी, अध्यापक ऐसे सभी तरह के लोग है| बेंगलुरु के सात विभागों में युथ फॉर सेवा के झोनल को-ऑर्डिनेटर है| इन मे से कुछ छात्र है,तो कुछ आयटी या अन्य उद्योगों मे नौकरी करनेवाले युवा है|हर महीने युवा कार्यकर्ताओं का एक दिन का प्रशिक्षण चलता� है|जिस मे बच्चो के साथ कैसे खेलना, गाना चाहिय इस से लेकर सेवा का जनजागरण व आह्वान के विषय होते है| युथ फॉर सेवा के कार्यकर्त्ता स्वयं प्रेरणा से नुक्कड़ नाटक,प्रतियोगिताएँ, मेले,सहल जैसे कार्यक्रम, बस्ती के बच्चो के लिए करते है|
पुणे स्थित सेवा सहयोग व सेवा इन्टरनैशनल ने मिलकर युवा फॉर सेवा इन्टरनैशनल का प्रयोग पिछले दो वर्षो से शुरु किया है| इस प्रयोग मै अमेरिका एवं ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों के दस छात्र दो महीने के लिए महाराष्ट्र �व कर्नाटक के विभिन्न सेवा प्रकल्पों �में विस्तारक के रूप में रहें| इन सभी युवकों को भारत समझने का यह विशेष अवसर प्राप्त हुआ|

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Note: Dear Friends….Excuse any mistake in my writing